Medical me career kaise bnaye : हमने अक्सर देखा है कि कुछ छात्र ऐसे होते है। जो 12 वीं में एडमिशन तो ले लेते है। लेकिन उन्हें ये तक नहीं पता होता आखिर उन्हें आगे करना क्या है। इतना ही नहीं 12 वीं के नतीजे भी आ जाते है। फिर भी उन्हें यह समझ नहीं आता कि आखिर जो सब्जेक्ट उन्होंने 12 वीं में लिया था। उसे पासआउट करने के बाद उस फील्ड में आगे क्या करें। अगर आप उन छात्रों में है। जिन्होंने 12 वीं साइंस ले रखी थी। और उन्हें अब अपना करियर मेडिकल के क्षेत्र में बनाना है। लेकिन यह नही पता कि 12 वीं के बाद आखिर किस मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाएं । जिससे अपने आने वाले भविष्य को संवारा जा सके। ऐसे छात्रों के लिए हम इस आर्टिकल में कुछ ऐसी मेडिकल से जुड़ी फील्ड के बारे में बताएंगे। जिस कोर्स को करके आप अपना भविष्य बना सकते है। यह बात सभी जानते हैं। कि लिमिटेड सीट की वजह से हर कोई डॉक्टर नहीं बन सकता है। सरकारी कॉलेज में फीस तो कम होती है लेकिन सीट सीमित होती है। वहीं प्राइवेट कॉलेज में इतनी अधिक फीस होती है कि हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता। इसलिए आप इन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते है।
Bachelor of medicine and bachelor of surgery (MBBS)
M.B.B.S डिग्री करने के बाद आप डॉक्टर बन सकते है। यह एक महत्वाकांक्षी एलोपैथिक डॉक्टर की बेसिक डिग्री है। आपको बता दें कि यह मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया चिकित्सा पाठ्यक्रमों की आधिकारिक संस्था है। यह 5.5 वर्ष का कोर्स होता है। जिसमें 4.5 की शैक्षणिक शिक्षा और एक वर्ष की इंटर्नशिप होती है। जो कि अनिवार्य होती है। इस कोर्स में छात्रों को मानव शरीर रचना विज्ञान, चिकित्सा, ड्रग्स निर्माण, फर्माकोलोजी, पैथोलॉजी , माइक्रो बायोलॉजी और सर्जरी की विधि सिखाई जाती है।
Bachelor of Ayurveda medicine and surgery ( BAMS)
BAMS मुख्य रूप से प्राकृतिक जड़ी बूटीयों को दवा के रूप में उपयोग करके चिकित्सा के क्षेत्र में आयुर्वेद प्रणाली की एक डिग्री है।यह मेडिकल क्षेत्र की बहुत ही पुरानी पद्धति है। सनातन धर्म में पुराने ऋषि मुनि चिकित्सा के क्षेत्र में इसी पद्धति के तहत रोग का निवारण करते थे।
इसे सीसीआईएम यानि सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस कोर्स की अवधि 5.5 वर्ष होती है। आप इस कोर्स को करने के बाद आयुर्वेदिक डॉक्टर कहलाते है।
Bachelor of Homeopathic Medicine and surgery (BHMS)
होम्योपैथिक वैकल्पिक दवाओं की एक खास प्रणाली है। मानव शरीर की प्राकृतिक चिकित्सा शक्ति द्वारा शरीर के तमाम रोग ठीक हो जाते है। क्योंकि इसमें शरीर स्वयं कायाकल्प करता है। बीएचएमएस कोर्स की अवधि 5.5 वर्ष होती है। होम्योपैथी में स्नातक करने के बाद आप एक प्रोफेशनल सरकारी डाक्टर के रूप में कार्य कर सकते है।या फिर आप खुद एक प्राइवेट क्लीनिक चला सकते है। साथ ही आप किसी होम्योपैथी कॉलेज में पढ़ा सकते है।
Bachelor of Unani medicine and surgery ( BUMS)
यह मेडिकल क्षेत्र की बहुत ही पुरानी पद्धति है। सनातन धर्म में पुराने ऋषि मुनि चिकित्सा के क्षेत्र में इसी पद्धति के तहत रोग का निवारण करते थे। यूनानी चिकित्सा पद्धति के इस कोर्स में छात्रों को यूनानी मेडिसिन, वर्क आउट , टर्की बाथ, एनिमल ड्रग्स और सर्जरी के बारे में सिखाया जाता है। इस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। यह कोर्स करने के बाद आपको यूनानी चिकित्सक के रूप में जाना जायेगा।
Bachelor of Dental surgery ( BDS)
इस कोर्स की अवधि 4 वर्ष होती है। अगर आप यह कोर्स करते है। तो आप एक डेंटल सर्जन के रूप में जाने जायेंगे। मतलब दांतो का डॉक्टर। आपको शायद ना पता हो लेकिन आपको बता दें कि दांतों का डॉक्टर दांत के साथ साथ जबड़ों की हड्डियों का भी इलाज करता है। इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी डॉक्टर बन सकते है। आप खुद का भी डेंटल क्लिनिक खोल सकते है।
Bachelor of pharmecy ( B Pharma)
अगर आपको मेडिसिन यानि दवाइयों को जानने की उत्सुकता रहती है। कि यह दवा कैसे और किस तरह बनाई गई है। तो आप फार्मेसिस्ट के तौर पर बेहतर करियर बना सकते है। इसके लिए छात्र को बी फार्मा कोर्स करना होगा।
इस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है।
Bachelor of Physiotherapist (B P T)
मेडिकल क्षेत्र का यह सबसे उत्तम क्षेत्र है। ज्यादतर छात्र इसी कोर्स को चुनते हैं। इस कोर्स में पेशेंट्स की शारीरिक स्थित और कार्यों को बनाए रखने के बारे में सिखाया जाता है। जैसे कि न्यूरोलोजिक डिसऑर्डर,फिजिकल थेरेपी, एक्सरसाइज आदि। मरीज को बिना दवाई के सिर्फ एक्सरसाइज और मशीनों का उपयोग कर ठीक किया जाता है।
Bachelor of occupational therapy (BOT)
यह कोर्स करने के बाद छात्र को अक्षम रोगियों के साथ काम करने में कुशल होने की आवश्यकता होती है। व्यवसायिक चिकित्सक मरीजों को सुरक्षित रूप से उचित तरीके से स्ट्रेच करने और व्यायाम करने के लिए चिकित्सक प्रदान करता है। जो छात्र इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं। उन्हे अच्छा कम्युनिकेशन स्किल आना चाहिए। इस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है।
Bachelor of medical lab technician (BMLT)
यह भी एक स्नातक डिग्री है। इस कोर्स को करने के बाद आप मरीज के खून की जांच से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का पता लगा सकते हैं। इसके लिए लैब में माइक्रोस्कोप की जरूरत पड़ती है। इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष होती है।
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