Artificial Intelligence Kya hai, Artificial Intelligence Kaise Kaam karta hai
Artificial Intelligence Kya hai : आधुनिकता के इस दौर में तकनीक ने वो तरक्की कर ली हैं। जिसका कल्पना मानव ने कभी नहीं की थी। आज तकनीक हर क्षेत्र, हर मोड़ पर नई इबारत लिख रही है। पिछले एक दशक से तकनीक ने जो मुकाम हासिल किया है। उसने वाकई दुनिया की तस्वीर ही बदलकर रख दी। कुदरत और प्रकृति को चुनौती देने वाली तकनीक भविष्य के लिए कितनी कारगर है। ये तो वक्त बताएगा। तकनीक की तरक्की का अंदाजा इस अविष्कार से लगाया जा सकता है। कि मनुष्य अब अपना काम मशीन या रोबोट से करा सकता है। सही मायनो में कहें तो 21वीं सदी में कंप्यूटर और मशीन इंसानों की जरूरत बन चुके है। बड़े और छोटे दोनो प्रकार के क्षेत्रों में ये तकनीक अपना खेल दिखा रही है। दोस्तों हमारी स्मार्ट टेक्नोलोजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बदौलत ही संभव है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर, स्मार्ट फोन, गेम, स्मार्ट वॉच,और अन्य प्रकार की डिवाइस मौजूद है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में ये बताएंगे कि आखिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और ये कितने प्रकार की होती है।
What is Artificial Intelligence
Artificial Intelligence एक कंप्यूटरी दिमाग हैं। जो हू ब हू मनुष्य की तरह सोच सकता है साथ ही उसके जैसा बोल और कार्य कर सकता है। इसकी खास बात यह है कि यह खुद से भी सीख सकता है। अपने आप अपग्रेड भी हो सकता है। भले ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीक को इंसानों ने बनाया है। लेकिन यह इंसानी दिमाग के मुकाबले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई गुना तेजी से निर्णय ले सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को AI भी कहते है। इसका निर्माण सबसे पहले साल 1995 में जॉन मैककार्थी ने किया था। जॉन मैककार्थी को फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी कहा जाता है।
How does Work Artificial Intelligence
इसे मशीन लर्निंग के जरिए बनाया जाता है। जिसमें बहुत सारे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है। खासकर इसमें पाईथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग होता है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानी दिमाग की तरह सभी चीजों को देखता और परखता है। इसलिए हर काम के लिए अलग अलग प्रकार का बनाया जाता है। जैसे कि कुछ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को तस्वीर देखकर समझने के लिए बनाया जाता है। ये हमारे स्मार्ट फोन में मौजूद होता है। जो फेस अनलॉक सेक्योरिटी में काम आता है। वहीं कुछ AI वातावरण को समझने के लिए बनाए जाते है। आपको बता दें कि AI में सोचने के लिए प्रोसेसिंग यूनिट लगा होता है। और काम करने के लिए रैम लगा होता है। साथ ही इसमें बहुत सारे आईसी चिप होते है। और इन सभी हार्डवेयर की सहायता से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काम करता है।
Types of Artificial Intelligence
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मुख्यता तीन प्रकार के होते हैं। पहला Weak AI, दूसरा Strong AI और तीसरा Super AI है।
Weak Artificial Intelligence
यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पहला चरण होता है। इसमें सोचने समझने और कार्य करने की क्षमता सीमित होती है। इसलिए ये अपने आपको डेवलप और अपग्रेड भी नहीं कर सकते। क्योंकि इन्हें जिस कार्यों के लिए बनाया जाता है ये सिर्फ वही कार्य ही कर सकते है। यही वजह है कि weak AI एक बार में एक ही कार्य करता है। इसे NARROW AI भी कहा जाता है। आज के समय में ज्यादातर दुनियाभर में सिर्फ weak AI का प्रयोग ही होता है। मतलब कि एक अब तक का एक ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जिसे इंसानों ने सफलतापूर्वक विकसित और महसूस किया है। उद्धरण के लिए , Facial Recognition , Speech Recognition, Google search, Vartual Asistent, Alexa, self driving car, smart watch, traffic lite cencer, आदि।
Strong Artificial Intelligence
अब तक stonge AI की सिर्फ कल्पना ही कि गई है। फिलहाल यह दुनिया के किसी भी कंप्यूटर सिस्टम में मौजूद नही है। वैज्ञानिकों और रिसर्चरों की माने तो strong AI मनुष्य की तरह सोचने , समझने , लिखने तथा एक साथ विभिन्न कार्यों को करने में सक्षम है। आपको बता दें कि strong AI खुद को किसी भी समय पर डेवलप और अपग्रेड कर सकता है। स्ट्रॉन्ग AI को आर्टिफिशियल जनरल इंटेलीजेंस भी कहा जाता है।
Super Artificial Intelligence
ये एक ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जिसकी अभी तक सिर्फ कल्पना ही गई है। तमाम डेवलपर और प्रोग्रामर का यह मानना है कि सोचने , समझने तथा सीखने की क्षमता, मनुष्य के मुकाबले कई गुना अधिक होती है। और यह इंसानों से ज्यादा ताकतवर भी होता है। इसमें खुद से फैसले लेने की काबिलियत होती है। इसलिए यह मनुष्य के लिए खतरा भी बन सकता है।
How to use Artificial Intelligence
दोस्तों घरों में लगाई जाने वाली इमरजेंसी लाइट बिजली ना होने पर भी खुद चालू हो जाता है। और मोबाइल अधिक चार्जिंग के बाद गर्म होने पर खुद ही बंद हो जाता है। ये सब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही उदाहरण है। आज कल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग लगभग सभी प्रकार के क्षेत्रों में विभिन्न तरीकों से किया जाता है। जैसे हम AI का प्रयोग मोबाइल और कंप्यूटर में करते है। वैसे ही बड़ी कंपनी में रोबोट से काम कराने के लिए किया जाता है।
How to learn Artificial Intelligence
अगर आप भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो किसी भी इंस्टीट्यूट या कॉलेज से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स कर सकते है। इसके अलावा आप घर पर प्रोग्रामिग लैंग्वेज सीखकर AI सीख सकते हैं। बेसिक आर्टिफिशियल बनाने या सीखने के लिए आप हार्डवेयर कंपोनेंट एड्रिनो का उपयोग कर सकते है। इसे सीखने के लिए आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप होना जरूरी है।
What a Danger to human
हमें यह जानने की भी जरूरत है कि क्या भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है। Weak AI इंसानों के लिए बिल्कुल भी खतरनाक नहीं है। क्योंकि इसे कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ strong AI और super AI इंसान के दिमाग से कई गुना सोच सकता है। इसलिए यह भविष्य में इंसानों के लिए खतरनाक हो सकता है।