Keral Thekkady: प्राकृतिक खूबसूरती का अनूठा संगम है केरल का टेक्कड़ी
Keral Thekkady: इसमें कोई शक नहीं है। कि भारत विविधताओं का देश है। यहां प्रत्येक राज्य की अपनी एक अलग कला, रहन सहन और त्योहार है। साथ ही हर प्रदेश अपनी खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है। केरल उन्हीं में से एक राज्य है। और हम इसी राज्य के एक खूबसूरत शहर की चर्चा करने वाले है। जिसका नाम Thekkady है। थेक्कडी केरल का एक बेहद ही खूबसूरत शहर है। जो घास के मैदानों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। यहां आपको हर मोड़ पर घूमने के लिए सुंदर स्थान मिल जायेंगे। ना केवल थेक्कडी प्रकृति का स्वर्ग है। बल्कि यहां रोमांच प्रेमियों के लिए नौका विहार करने से लेकर बैंबू राफ्टिंग और ट्रैकिंग की भी सुविधा है। इसे मसालों का स्वर्ग भी कहा जाता है। दोस्तों भारत की भौगोलिक विविधता कुछ है ही ऐसी कि हर किसी को रोमांचित करती है। अगर आपका घूमने का मन करे तो एक बार दोस्तो या परिवार के साथ केरल के थेक्कडी शहर जरूर आइए।यहां एक ओर कड़कड़ाती ठंड चल रही होती है। तो दूसरी ओर दूसरी ओर चमकदार सूरज घूमने फिरने का सुंदर वातावरण बना देता है। यह शहर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर किसी ऐसी जगह है। ज्यादा ठंड नही होती। सिर्फ शुरू के महीनों में ज्यादा ठंड होती है। थेक्कडी की अद्भुत हरियाली और यहां होने वाली रिमझिम वर्षा सबका मन मोह लेती है।
Keral Thekkady kyon hai khas
यह जग उन पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। जो शहरी इलाकों में भागदौड़ से दूर प्रकृति की गोद में शांत और रोमांचक समय व्यतीत करना चाहता है। जंगल के बीचों बीच कोई बस्ती हो या विशालकाय हाथी एक अलग ही दृश्य नजर आता है। साथ ही वन में इनके प्राकृतिक आवास में चहल कदमी करती जानवर को देखकर हर आनंदित हो जाता है। इस अद्भुत स्थल को देखकर आपका दोबारा आना तय है। यहां प्राकृतिक रूप से बने रास्ते ,ट्रेकिंग करने वालों को सहज ही भा जाते है। यहां चारों तरह पक्षियों की चहचाहतीं आवाजें , दुर्लभ जीवों की गर्राने की आवाज जब कानों तक पहुंचती है। जो एक अजीब सी फीलिंग आती है। Thekkady में प्रवेश करते ही कॉफी, चाय, और मसालों की मनमोहक खुशबू , मन को प्रसन्न कर देती है। इन सबके साथ जो मुख्य आकर्षण है। वह पेरियार टाइगर रिजर्व। इस अभ्यारण्य में प्रकृति अपने मूल रूप से अलसाई सी दिखाई देती है। यहां आग्नेय चट्टानों की ऊंची ऊंची पहाड़ियों पर फैले वन के भीतर मौजूद जैव विविधता से बढ़कर क्या होगा। समुद्र तल से करीब 1700 मीटर ऊंचाई पर बसा यह स्थान अपने हरे भरे जीवन के लिए ही जाना जाता है। इस जगह पर जितनी हरियाली बाहर है। उतनी ही स्थानीय लोगों के मन में भी। प्रकृति के साथ कैसे रहा जाता है। आप यहां के निवासियों से सीख सकते है। जो भी पर्यटक यहां आता है वो पेरियार झील में बोटिंग का आनंद जरूर लेते है। क्योंकि यह झील पेरियार वन्यजीव अभ्यारणय के बीचों बीच स्थित है। इस पर आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि कैसा दृश्य होगा। जब आप जीव जंतुओं के निवास से होते हुए झील की सैर करेंगे। क्योंकि अक्सर इसी झील में जंगली जानवर पानी पीते है।और अठखेलियां करते हुए आराम भी फरमाते है। खास बात यह है कि हाथी और हिरण के झुंड तो हमेशा देखने को मिल जाते है।
Keral Thekkady ke Andhere me jarur kren jangal ki sair
Thekkady ka टाइगर ट्रेल भी रोमांच के शौकीन पर्यटकों के लिए एक नायाब तोहफा है। इसमें रात के समय ट्रेकिंग करने वालों की टोलियां जंगल के सभी हिस्से में जाती है। क्योंकि इस समय जंगली जानवरों की उनके प्राकृतिक वातावरण में देखने की संभावना बहुत अधिक होती है। आपको बता दें कि पांच से आठ लोगों की टोलियों की प्रशिक्षित करने के लिए गाइड और हथियारबंद सुरक्षाकर्मी के साथी जंगल में जाने की अनुमति दी जाती है। यह ट्रेकिंग रात के अंधेरे और जानवरों की वजह से खास रोमांचक होती है। केरल सरकार ने जिन लोगों को गाइड के लिए चुना है। उन्हे उस जंगल के चप्पे चप्पे का बखूबी अनुभव होता है। साथ ही ये हर प्रकार के जानवरों के स्वभाव को खूब पहचानते है। अगर आप गाइड के साथ जाए तो वो खुद ऐसे मजेदार किस्से सुनाए जहां उनकी और जानवरों की मुठभेड़ हो चुकी है। पूरा Thekkady घूमने के लिए एक महीने का समय भी कम पड जाता है। साथ ही यहां की कला और संस्कृति से जुड़कर यहां का मजा दुगना हो जाता है। केरल की कथककली विश्व की सबसे पुरानी मंचीय विधाओं में से एक है। इसकी शुरुआत केरल से ही हुई थी। यह एक सामूहिक नृत्य की विधा है। शहर में कई जगह कथककली के प्रोग्राम चलते रहते है। जिसमें कलाकार अलग अलग भूमिकाओं का निर्वाह करते है। इसकी कहानियां पारंपरिक हिंदू महाकाव्यों विशेषकर रामायण और महाभारत की कहानियों पर आधारित होती है। अगर आप इस पारंपरिक कला के साक्षी बनते है। तो आपका घूमने का दौरा सफल रहा। खुद की और इस जगह के यादगार पलों के चित्र खींचकर यहां की यादें अपने साथ ले जा सकते है।
Kab aur kaise pahuchen Keral Thekkady
Thekkady जाने के लिए आपको पहले कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन जाना होगा। यहां से आप बस, टैक्सी या कैब बुक करके जा सकते है। यहां सरकारी गाडियां भी जाती है। ठहरने के लिए होटल , लॉज आदि जगहें है। आप अपने बजट के अनुसार रुक सकते है। अगर आपको पेरियार टाइगर रिजर्व में रुकने की इच्छा है तो पेरियार झील के तट पर स्थित पेरियार हाउस है। जहां आप रुक सकते है। आप यहां किसी भी मौसम में आ सकते है। लेकिन ज्यादातर लोग सर्दियों के बीच में आते है।