करियर में बाधा ना बने इंटरव्यू, इसलिए करें ऐसे तैयारी
पढ़ाई के बाद एक ऐसा वक्त आता है जब हर किसी को अपने करियर की चिंता सताने लगती है। और इस दौरान ना जाने कितने ब्रेक सामने आ जाते है। जिसकी वजह से करियर ना चाहते हुए भी ठहर जाता है। वैसे पिछले दो से तीन वर्षो में देखा गया है कि करियर की दुनिया महामारी के बाद काफी बदल चुकी है। मिलेनियलस और जेनरेशन जेड के करियर मूल्यों और नीतियों में भी बदलाव देखे गए है। आज के समय में अपने स्किल का विकास करना जॉब के मैदान में कूदने के लिए एक जरूरी कदम है। यह सिर्फ आपकी मेहनत और लगन पर ही निर्भर करता है। कुछ लोग करियर में इतना खो जाते हैं कि अत्यधिक तनाव महसूस करने लगते हैं। यही वजह है कि इसका असर उनके मस्तिष्क , दिल और किडनी पर पड़ता है। पहले की अपेक्षा कंपनिया कर्मचारियों को लेकर कुछ ज्यादा ही सख्त हो गई है। इसलिए खुद को बेहतर बनाने और लगातार निखारने के चक्कर में लोग परेशानी का सामना करते है। लेकिन आप अपने करियर में खुद ब्रेक ना बने। एक अच्छे करियर की राह में करियर ब्रेक बकायदा एक रणनीति की तरह भी लिया जा सकता है। एक सर्वे में देखा गया है कि 70 प्रतिशत युवा कर्मचारी का मानना था। कि कॉलेज के बाद जॉब शुरू करने से पहले ब्रेक लेना उन्हे जॉब के लिए बेहतर तैयार करता है।
खुद की छिपी प्रतिभा को जरूर निखारें
अच्छी बात यह है कि कई कंपनियां करियर ब्रेक को लेकर अपने नियमों में बदलाव कर रही है। अपनी पॉलिसी कर्मचारियों को ध्यान में रख रखकर अमलीजामा पहना रही है। वो कर्मचारियों के अंदर छिपी प्रतिभा को भंडार मानती है। 40 फीसदी कंपनी मैनेजर मानते हैं कि करियर ब्रेक लेने वाले लोग दरअसल ऐसा टैलेंट पूल होते है। जिन्हे अभी आजमाना बाकी है। यानि काम से कुछ महीने या साल की दूरी कर्मचारियों के लिए परेशानी ही खड़ी करती है। इसलिए उन्हें खुद की स्किल और प्रतिभा को पहचानना बहुत जरूरी हो गया। अगर वो ऐसा नहीं करते तो यह कम्पनी और उनके लिए लिए खतरा है। क्योंकि जब आप मन लगाकर काम नही करेंगे तो आपकी प्रतिभा का अंदाजा आपकी कम्पनी को कैसे पता चलेगा। जिसके बाद कंपनी आपके काम को देखते हुए आपको प्रमोशन और अन्य जिम्मेदारी भी दे सकती है।
करियर में ब्रेक क्यों लेना चाहिए
दोस्तों एक वक्त ऐसा भी होता है कि जब लगातार काम करते रहने से हमारे शरीर की स्थित बदल जाती है। और काम में मन नहीं लगता। इसलिए आप पैसे के पीछे इतना ना भागे कि आपको खुद को नुकसान पहुंचा लें। क्योंकि अगर आपके पास हनूर मौजूदा है। तो आप दोबारा किसी भी समय फिर नई ऊर्जा के साथ वापसी कर सकते है। इसलिए लाइफ में करियर ब्रेक थोड़े दिनों के लिए जरूर लेना चाहिए। लेकिन दिक्कत तब आती है। जब आप खुद आपने करियर ब्रेक को लेकर आत्मविश्वास में नहीं होते। वो करियर के ब्रेक को नकारात्मक तरीके से लेते है। आप करियर के ब्रेक को हमेशा सकारात्मक ही पेश करें। साथ ही करियर ब्रेक की अवधि में कुछ ऐसा जरूर करें। जो आपके समय के सदुपयोग को दर्शाता हो। दोबारा जब लौटे तो अपनी स्किल को और बेहतर करके लौटे। याद रखें करियर ब्रेक अधिक लंबा नहीं होना चाहिए। नहीं तो आप अपना हुनर और कंपनी का भरोसा दोनो खो देंगे। करियर के शुरुआती दौर में ब्रेक लेने से बचें।
अब बात करते हैं इंटरव्यू की। क्योंकि कई लोग इंटरव्यू की प्रक्रिया को आज तक नही समझ पाए। इसलिए यहां हम आपको बताने जा रहे है। इंटरब्यू प्रक्रिया के कुछ तौर तरीके। जिससे आपके करियर में इंटरव्यू बाधा ना बने।
स्क्रीनिंग इंटरव्यू / Scrining Interview
यह एक शुरुआती दौर का का इंटरव्यू होता है। इसमें कैंडिडेट की शिक्षा ,कौशल, अनुभव, आदि के बारे में पूछा जाता है। बड़ी संख्या में आए आवेदनों में एक चरण यह भी होता है। इसे फोन पर या फिर एक एचआर अधिकारी सामने बिठाकर प्रक्रिया को पूरी करता है। ऐसे इंटरव्यू में आपको कंपनी और पद की आवश्यकताओं के बारे में जानकारी होनी चाहिए। साथ जिस पद का इंटरव्यू दे रहे हो उसकी जानकारी पुख्ता होनी चाहिए। आप हमेशा इंटरव्यू के समय फॉर्मल ड्रेस अप ही चुने। शिष्टाचार बरतें, कॉन्फिडेंस से बात करना सीखें। एक रिज्यूमे की सॉफ्ट कॉपी खुद के पास जरूर रखें।
ऑनलाइन इंटरव्यू/ Online Interview
करोना जैसे महामारी के बाद ऑनलाइन इंटरव्यू से हर कोई परिचित है। अब ज्यादातर कंपनियां ऑनलाइन इंटरव्यू लेकर ही प्रक्रिया पूरी कर लेती है। इसके लिए आपको एक अच्छे नेटवर्क कनेक्शन, लैपटॉप, आदि चीजों को पहले से दुरस्त करना होगा। आप जहां बैठे है उसके पीछे का दश्य शांत हो , अच्छा हो। ज्यादा भड़काऊ ना हो। ताकि इंटरव्यू लेने वाला एचआर सीधे आपके फेस को देखे। पहले सामने वाले की बात ध्यान से सुने और फिर शांति से जवाब दें। अगर आप अपनी नियुक्ति से जुड़ा कोई सवाल पूछना चाहते है तो बिना झिझक पूछें।
पैनल इंटरव्यू / Panal Interview
पैनल इंटरव्यू में आमतौर पर एचआर के साथ उसके बड़े अधिकारी शामिल होते है। पैनल इंटरव्यू में आप पर ज्यादा दबाव होता है। इसलिए खुद को शांत रखे। क्योंकि इसमें आपकी संवाद क्षमता , टीम भावना, आदि के बारे में पता लगाने की कोशिश होती है। चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट रखें। इंटरव्यू में सहज होने के लिए इसे ऑफिस मीटिंग की तरह समझे। आप ऑफिस में अपने कार्य से जुड़े प्रश्न भी कर सकते है।
केस इंटरव्यू / case Interview
हमने देखा है कि ज्यादातर एचआर इंटरव्यू के दौरान आपसे किसी बिजनेस की केस स्टडी का उदाहरण देकर उसका समाधान पूछा जा सकता है। मैनेजमेंट कंपनियों में इस तरह का इंटरव्यू होना सामान्य बात है। ऐसे में आपको घबराना नहीं चाहिए। अगर प्रश्न ना समझ आए तो दोबारा पूछ सकते हैं। और उत्तर ना मालूम होने पर इंकार कर दें । लेकिन गलत उत्तर को घुमाकर जवाब ना दें। यदि आप किसी प्रसिद्ध केस स्टडी और उसमें आए समाधानों के बारे में जानते है। तो इंटरव्यू के अंत में आप अपनी तरफ से केस का जिक्र कर सकते है।